अंबिकापुर। स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव अंबिकापुर स्थित राजमाता देवेंद्र कुमारी सिंहदेव चिकित्सा महाविद्यालय संबद्ध शासकीय जिला चिकित्सालय पहुंचे। दशकों पुरानी हो चुकी चिकित्सालय की अधोसंरचना के उन्नयन के लिए कार्ययोजना बनाकर जुटे सीजीएमएससी व स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी-अधिकारी समेत क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने भी अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
चिकित्सालय की इमारत को तोड़ने की बजाय इसका पूरी तरह से अधोसंरचना विकास कर एक नया स्वरूप प्रदान किया गया है, इसके साथ ही चिकित्सकीय उपकरण व व्यवस्थाओं को सुदृढ़ कर अब राजमाता देवेंद्र कुमारी सिंहदेव चिकित्सा महाविद्यालय व शासकीय जिला चिकित्सालय एक नए रूप में बनकर तैयार है। दोपहर स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंहदेव ने चिकित्सालय परिसर पहुँचकर महापौर / पार्षद निधि से प्राप्त राशि 35 लाख रुपए से निर्मित 20 बेड कोविड आईसीयू भवन, वित्तीय वर्ष 2021-22 में सीएसआर मद में स्वीकृत राशि 2.51 करोड़ रुपए से कोविड उपकरणों एवं एनएचएम मद से प्राप्त 96 लाख रुपए से निर्मित एचडीयू (उच्च निर्भरता इकाई) तथा एम एन सी यू (नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई) का अवलोकन किया एवं संबंधित अधिकारियों व चिकित्सकों से चर्चा करते हुए व्यवस्थाओं की विस्तृत समीक्षा की।
इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंहदेव ने विधायक निधि से प्राप्त ओ.टी टेबल (7 लाख रुपए), विभागीय मद से कैंटीन निर्माण (9.5 लाख रुपए) एवं डीआरडीओ मद से प्राप्त 1000 एलपीएम ऑक्सीजन जेनेरेटर (2.15 करोड़ रुपए) एसीटी ग्रैंड मद से प्राप्त 430 एलपीएम आॅक्सिजन जेनेरेटर (82 लाख रुपए) डॉक्टर फॉर यू मद से प्राप्त 320 एलपीएम ऑक्सीजन जनरेटर (75 लाख रुपए) सीजीएमएससी मद से प्राप्त 850 एलपीएम ऑक्सीजन जनरेटर (1.75 करोड़ रुपए) का उद्घाटन किया एवं मुख्यमंत्री शासकीय अस्पताल रूपांतरण कोश (सीएमएचडीएफ) से स्वीकृत राशि ?5 करोड़ से हुए निर्माण कार्यों का भी अवलोकन करते हुए कहा कि यह चिकित्सालय जिले के लिए एक महत्वपूर्ण संस्थान है, आज सभी लोगों ने मिलकर जिस दृढ़ता और कर्मठता के साथ इस अस्पताल का कायाकल्प किया है, उसने इस चिकित्सालय को नया स्वरूप।दे दिया है। इस अवसर पर उन्होंने इस कार्य में जुड़े सभी संस्थानों व जनप्रतिनिधियों समेत चिकित्सालय में कार्यरत कर्मचारियों-अधिकारियों का भी आभार प्रकट किया।
राजमाता देवेंद्र कुमारी सिंहदेव चिकित्सा महाविद्यालय कार्यक्रम समापन के उपरांत स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंहदेव नवापारा स्थित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे यहां उन्होंने रेडक्रॉस सोसाइटी अंबिकापुर द्वारा जिले में पहले नवीन सिकल सेल प्रबंधन इकाई का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए कहा कि सिकल सेल एक जेनेटिक बीमारी है इसके प्रति जागरूकता सबसे प्रबल उपाय है, यह बीमारी जन्म से ही व्यक्ति को हो जाती है लेकिन यदि दम्पति विवाह से पूर्व सिकलसेल की जांच कराएं और उसके अनुरूप विवाहित जीवन चुने तो इस बीमारी की रोकथाम की जा सकती है जो व्यक्ति सिकल सेल संक्रमित है वह भी चिकित्सीय परामर्श के साथ एक स्वस्थ जीवन बिता सकता है। इस अवसर पर श्री सिंहदेव ने सिकलसेल संक्रमित बच्चों व परिवार जनों के साथ भेंट की एवं उनके साथ चर्चा करते हुए प्रोत्साहित किया।