रायपुर/ बिलासपुर
भारतीय रेलवे ने इस वर्ष अब तक त्योहारों के अवसर पर पूरे देशभर में 1700 स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया और स्पेशल ट्रेनों के माध्यम से 26 लाख बर्थ उपलब्ध कराई गई हैं जो एक रिकॉर्ड इससे यात्रियों को सुविधा मिली और रेलवे को भी राजस्व की प्राप्ति हुई।
देश की जीवन रेखा भारतीय रेल न केवल लोगों को अपने गंतव्य तक पहुंचाती है बल्कि देश की एकता और अखंडता की भावना को भी मजबूत करती है। छुट्टियों का समय हो या त्योहारों का मौसम, मूसलाधार बरसात हो या चिलचिलाती धूप भारतीय रेल सदैव गतिशील रहती है। मैदानों से लेकर रेगिस्तानों तक, कश्मीर की वादियों से कन्याकुमारी के समुन्द्र तटों तक इसका विस्तृत नेटवर्क प्रतिदिन करोड़ों लोगों को उनके गंतव्यों का पहुंचाती है। इस त्योहार के मौसम में पूरे देश में लगभग 1700 पूजा स्पेशल ट्रेनों के माध्यम से 26 लाख बर्थ उपलब्ध कराई गई हैं जो एक रिकॉर्ड संख्या है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे से छठ पूजा के के दौरान यात्रियों की अधिक संख्या को देखते हुये पटना के लिए 2 स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया गया है। इससे लगभग 3000 से अधिक यात्रियों को त्योहार के अवसर पर अपने गंतव्य पर जाने की सुविधा प्राप्त होगी। यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए वित्तीय वर्ष 2022-23 एवं इस वर्ष के अप्रैल से अब तक विभिन्न ट्रेनों में 78 कोच स्थायी रूप से व 2550 कोच अस्थायी रूप से लगाए गए, जिससे 1 लाख 80 हजार से अधिक यात्रियों को कनफर्म बर्थ की सुविधा मिली।
भीड़ भाड़ के प्रबंधन के लिए सभी प्रमुख और महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशनों पर भीड़ नियंत्रण की विस्तृत व्यवस्था की गई है। भीड़ को व्यवस्थित तरीके से प्रबंधन करने के लिए अधिकारी इसका निगरानी कर रहे हैं। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के कर्मचारियों को फुट-ओवर ब्रिज पर तैनात किया गया है। भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर कड़ी नजर रखने और यात्रियों को वास्तविक समय पर सहायता प्रदान करने के लिए सीसीटीवी नियंत्रण कक्ष में कुशल आरपीएफ कर्मचारियों को तैनात किया गया है। ट्रेनों के प्रारम्भ वाले स्टेशनों पर सामान्य डिब्बों में प्रवेश के लिए कतार प्रणाली अपनाने की व्यवस्था की गई है।
ट्रेनों/कोचों के संबंध में उचित घोषणा समय पर सुनिश्चित की जाती है ताकि यात्रियों को जनरल कोचों के स्थान और उस प्लेटफॉर्म के बारे में पता चल सके जहां से ट्रेनें प्रस्थान करेंगी। विशेष रूप से लंबी दूरी की ट्रेनों में यात्रा करने वाली महिला यात्रियों को वास्तविक समय सहायता प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण ट्रेनों में मिश्रित एस्कॉर्ट तैनात किए जाते हैं।