अडाणी पावर का शुद्ध लाभ दूसरी तिमाही में नौ गुना से अधिक होकर 6,594 करोड़ रुपये पर
नई दिल्ली
विभिन्न कारोबार से जुड़े अडाणी समूह की बिजली कंपनी अडाणी पावर का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में नौ गुना से अधिक होकर 6,594 करोड़ रुपये पहुंच गया।
मुख्य रूप से एकबारगी आय और कर मोर्चे पर राहत से कंपनी का लाभ बढ़ा है।
कंपनी ने बयान में कहा, ”अडाणी पावर का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 848 प्रतिशत उछलकर 6,594 करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले 2022-23 की इसी तिमाही जुलाई-सितंबर में कंपनी का शुद्ध लाभ 696 करोड़ रुपये रहा था।”
बयान के अनुसार कर पूर्व आय (ईबीआईटीडीए) में सुधार, एकबारगी प्राप्त आय और कर मोर्चे पर राहत (डेफर्ड टैक्स एसेट) से कंपनी का लाभ बढ़ा है।
कंपनी की एकीकृत आय चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में 61 प्रतिशत बढ़कर 12,155 करोड़ रुपये रही। एक साल पहले 2022-23 की इसी तिमाही में कंपनी की एकीकृत आय 7,534 करोड़ रुपये थी।
अडाणी पावर के अनुसार, आय बढ़ने का कारण बिजली की बिक्री मात्रा में वृद्धि है।
कंपनी की स्थापित तापीय बिजली क्षमता 15,210 मेगावाट है। कंपनी के आठ बिजलीघर गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और झारखंड में हैं।
एएआई की एल्युमिनियम कबाड़ पर 10 प्रतिशत आयात शुल्क लगाने की मांग
नई दिल्ली
एल्युमिनियम उत्पादकों के शीर्ष निकाय भारतीय एल्युमिनियम संघ (एएआई) ने एल्युमिनियम कबाड़ पर मूल सीमा शुल्क बढ़ाकर 10 प्रतिशत करने की मांग की है।
एएआई का कहना है कि भारत एल्युमिनियम कबाड़ का दुनिया में सबसे बड़ा ‘डंपिंग’ स्थल बन गया है जिससे बीते वित्त वर्ष में 3.7 अरब डॉलर की विदेशी मुद्रा खर्च हुई है।
एल्युमिनियम कबाड़ पर अभी आयात शुल्क 2.5 प्रतिशत है।
वित्त वर्ष 2022-23 में कुल एल्युमिनियम आयात में सालाना आधार पर 24 प्रतिशत वृद्धि हुई थी, जिसपर
सात अरब डॉलर (56,291 करोड़ रुपये) की विदेशी मुद्रा खर्च हुई थी।
आयात के मामले में भारत कम गुणवत्ता वाले विदेशी कबाड़ के लिए पसंदीदा स्थान बना हुआ है।
सरकार को भेजी अपनी रिपोर्ट में एएआई ने कहा, “विदेशी कबाड़ गुणवत्ता मानकों के अंतर्गत नहीं है इसलिए इसमें महत्वपूर्ण सुरक्षा और पर्यावरणीय जोखिम है। जवाब में, एएआई ने डंपिंग के खिलाफ एक मजबूत निवारक के रूप में कबाड़ आयात पर 10 प्रतिशत का शुल्क लगाने की मांग की है।”
इसके अलावा, एएआई ने उचित अवसर पैदा करने के लिए प्राथमिक एल्युमिनियम आयात पर शुल्क 10-15 प्रतिशत तक बढ़ाने की मांग की है।
गोदरेज प्रॉपर्टीज का दूसरी तिमाही में शुद्ध मुनाफा 22 प्रतिशत बढ़कर 66.80 करोड़ रुपये पर
नई दिल्ली
रियल एस्टेट कंपनी गोदरेज प्रॉपर्टीज का चालू वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी (जुलाई-सितंबर) तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ 22 प्रतिशत बढ़कर 66.80 करोड़ रुपये रहा है।
समीक्षाधीन अवधि में कंपनी की बिक्री बुकिंग दोगुना से अधिक होकर 5,034 करोड़ रुपये पर पहुंच गई है।
इससे पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी ने 54.96 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था।
गोदरेज प्रॉपर्टीज ने शेयर बाजार को दी जानकारी में बताया कि वित्त वर्ष 2023-24 की जुलाई-सितंबर अवधि में उसकी कुल आय बढ़कर 605.11 करोड़ रुपये हो गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 369.20 करोड़ रुपये थी।
इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में बिक्री बुकिंग दोगुना होकर 5,034 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले साल की समान अवधि में 2,409 करोड़ रुपये से अधिक रही थी।
गोदरेज प्रॉपर्टीज के कार्यकारी चेयरपर्सन पिरोजशा गोदरेज ने कहा, ” भारत में आवासीय रियल एस्टेट क्षेत्र पिछले दो वर्षों में बहुत मजबूत तथा जुझारू रहा है। हमारा मानना है कि रियल एस्टेट क्षेत्र अगले कुछ वर्षों में मजबूत होता रहेगा।”
गोदरेज समूह की रियल एस्टेट इकाई गोदरेज प्रॉपर्टीज देश के अग्रणी रियल एस्टेट डेवलपर्स में से है।