सद्गुण, पुण्य कर्म, दुआए , श्रेष्ठ संस्कार ऐसी पूजीं है जो हमें हर जन्म में साथ देती है-उर्मिला

खुशी या तनाव स्वयं का चुनाव शिविर अंतिम दिवस
धमतरी । ब्रह्माकुमारीज धमतरी तत्वाधान में खुशी या तनाव स्वयं का चुनाव शिविर के अंतिम दिवस राजयोग द्वारा अष्ट शक्तियों के विषय पर अपने संबोधन में ब्रह्माकुमारी उर्मिला दीदी ने कहा कि राजयोग मेडिटेशन के द्वारा न केवल हमें मानसिक, शांति, एकाग्रता की प्राप्ति होती है आपितु दैनिक दिनचर्या में उपयोग में आने वाली मुख्य आठ प्रकार की शक्तियों की प्राप्ति होती है, जिन शक्तियों के माध्यम से न केवल हमारे संबध मजबूत और मधुर बनते साथ में हम अपने कार्यक्षेत्र व समाज में भी हम प्रेरणास्रोत्र बन जाते है। 1़.सहनशक्ति, ताकतवर इंसान ही सहन कर सकता है। असहनशीलता मानसिक दुर्बलता, की निशानी है। जहां प्रेम होता है वहां सहन करना सहज होता है। 2.समाने की शक्ति – दूसरो की कमियो और गल्तियों को भूला देना मन में नही रखना। परिवार, कार्यक्षेत्र, एवं संबधियो के अवगुणो, कमिंयो गल्तियो का बाहर वर्णन करने से सम्बन्ध और संगठन बिगडता है और समाने से सम्बन्ध सुधरते है। 3 परखने की शक्ति – किसी भी व्यक्ति की पहचान उसके बोल, चरित्र, संस्कार, आचरण से होती है लेकिन जब हम किसी को उसके पद, पैसे, वैभव, वस्तु साधनो की नजर से देखते है तो अक्सर धोखा खा जाते है। 4. निर्णय शक्ति – हमारे हर कर्म के निर्णय मे समानता, परदर्शिता और संतुष्टता होनी चाहिए। मोह, स्वार्थ, नफरत के वशीभूत होकर हम कभी भी सही निर्णय नही ले सकते ऐसे निर्णय कालांतर में हमारे दुख का कारण बन जाते है। 5.सहयोग की शक्ति – ईश्वरीय कार्य में सहयोग करने वाला भी एक दिन योगी बन जाता है। किसी भी श्रेष्ठ कार्य में हमे तन, मन, या धन किसी भी रूप से अपना सहयोग अवश्य प्रदान करना चाहिए। 6.सामना करने की शक्ति – जीवन मे हर किसी को विपरित परिस्थितियों के दौर से गुजरना ही पडता है। ऐसे समय पर किसी को भी दोष देने या किसी को दोषी बनाने से अच्छा है कि हम हिम्मत और मनोबल से उस परिस्थितियों को सामना करें। 7.विस्तार को सार करना – अपने कर्म इन्द्रीयो का उपयोग आवश्कता अनुसार लेवें अनावश्यक एवं व्यर्थ की बातो को देखने, सुनने, और बोलने में अपना समय शक्ति नष्ट करने से बचना चाहिए। 8.समेटने की शक्ति – अपने इस जीवन यात्रा मे हम अपने साथ ऐसी पूंजी साथ रखे जो यहां भी काम आए और वहां यानि परमात्म घर में भी काम आ सके, सद्गुण, पुण्य कर्म, दुआएॅ, श्रेष्ठ संस्कार ऐसी पूजीं है जो हमें हर जन्म में साथ देती है। इन्हे अपने भीतर समेट कर रखे।
कार्यक्रम के अंत में धमतरी नगर के लायनेस लायंस परिवार, पटेल समाज, यशवंत साहू समाज, सिन्हा समाज, लेडिज क्लब परिवार, सोनी समाज, मराठा समाज, भारतीय सिंधु समाज, इन्हरव्हील क्लब, अभिषेक दुवानी गुरूर सहित विभिन्न समाजिक संगठनो के द्वारा ब्रह्माकुमारी उर्मिला दीदी का सम्मान किया गया।
दिनांक 28 नवम्बर से 12 दिसम्बर तक 15 दिवसीय प्रतिदिन आधां घटां ट्रेडिशनल योग एवं आध्यात्मिक क्लास योगाचार्य विकास कंसारी के सानिध्य में ब्रह्माकुमारी के सिविल लाईन स्थित दिव्यधाम सेवाकेन्द्र पर प्रात: 07:30 से 08:30 एवं संध्या 07:30 से 08:30 तक दो सत्रो में आयोजित है।

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