ओमिक्रोन ने बढ़ाई स्वास्थ बीमा की मांग

रायपुर। देश भर में कोविड-19 के केस तेजी से बढ़ रहे हैं, इसके साथ ही एक बार फिर स्वास्थ्य बीमा की मांग तेज हो गई है। जहां एक तरफ बीमा कंपनियों में पूछताछ बढ़ गई है तो वहीं दूसरी ओर बीमा प्रीमियम पर कई सेगमेंट में अंडरराइटिंग देखने को मिल रही है।
हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी बाजार डॉट कॉम के अमित छाबड़ा का कहना है कि पिछले कुछ दिनों में हमने स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी की मांग में जबरदस्त वृद्धि देखी है क्योंकि देश भर में कोविड के मामले एक बार फिर बढ़ गए हैं। हेल्थ पॉलिसी की बिक्री में 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और दैनिक प्रीमियम 45 प्रतिशत तक बढ़ा है। अब तक की तुलना में हेल्थ इंश्योरेंस की मांग सबसे अधिक है। कोविड कवरेज देने वाली पॉलिसियों की मांग के साथ-साथ उपभोक्ता ऐसी पॉलिसी की भी तलाश कर रहे हैं, जो उपभोग्य वस्तुओं को कवर करती हैं या राइडर का आॅप्शन देती हैं। यहां तक कि स्वास्थ्य बीमा के नवीनीकरण में भी लगभग 3 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा महामारी की शुरूआत के बाद से ही जोखिमों को लेकर जागरूक हो चुके उपभोक्ताओं में स्वास्थ्य बीमा की मांग तेजी से बढ़ गई थी।
विशेषज्ञों के अनुसार देश भर में पिछले सप्ताह में 600,000 से अधिक कोविड-19 मामले दर्ज किए गए हैं, जो बीते सप्ताह की तुलना में लगभग छह गुना ज्यादा है। जिस कारण स्वास्थ्य बीमा की मांग में बढ़ोतरी होना जरूरी है। लेकिन इस बार अजीबो गरीब अंतर यह है कि ग्राहक सामान्य मेडिक्लेम पॉलिसी के बजाय अधिक समग्र स्वास्थ्य बीमा प्लान की तलाश कर रहे हैं। कोविड-19 की पहली लहर में, कोविड विशिष्ट बीमा योजनाओं की भारी मांग थी और दूसरी लहर के दौरान उपभोक्ताओं ने व्यापक पॉलिसी को ज्यादा चुना था। नवंबर वित्त वर्ष 2022 तक हेल्थ सेगमेंट में 29.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो वित्त वर्ष 2021 की इसी अवधि में देखी गई 12.7 प्रतिशत की वृद्धि के दोगुने से भी ज्यादा है। इसके परिणाम स्वरूप हेल्थ सेगमेंट की हिस्सेदारी 25.9 प्रतिशत से बढ़कर 33.5 प्रतिशत हो गई है। स्टैंडअलोन स्वास्थ्य बीमा कंपनियों ने सामान्य बीमा क्षेत्र में अपने समकक्षों की तुलना में स्वास्थ्य प्रीमियम में बेहतर वृद्धि देखी है। यह दशार्ता है कि रिटेल प्रीमियम, ग्रुप बिजनेस की तुलना में तेजी से बढ़ रहा है।
जहां एक तरफ स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी की मांग में वृद्धि ने बीमा कंपनियों का उत्साह बढ़ा दिया है, वहीं दूसरी तरफ कंपनियां बढ़ते क्लेम के परिदृश्य को लेकर चिंतित हैं। हाल ही में प्राप्त हुए आंकड़ों से पता चलता है कि गैर-जीवन बीमा कंपनियों ने बीमा जगत में आए 30 लाख क्लेम में से 2.75 मिलियन से अधिक कोविड हेल्थ क्लेमों को निपटाया है, जिनकी कीमत 25,000 करोड़ रुपये है।

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