गरज-चमक के साथ मध्यम स्तर की वर्षा होने के आसार

भोपाल

आज सुबह से ही राजधानी में बादलों और सूरज के बीच आंख मिचौली का खेल शुरू हो गया है। बादलों की ओट से झांकते सूरज की किरणे तो आ रही हैं लेकिन बादलों का जामावाड़ा भी बता रहा है कि अभी बारिश गई नहीं है।  

बंगाल की खाड़ी में बन रहे एक और सिस्टम से शहर में नमीयुक्त हवाओं का आना जारी है। इसके चलते आर्द्रता का प्रतिशत 92 हो गया है। मौसम विभाग को अनुमान है कि दोपहर बाद मौसम बदलेगा और शाम के समय  भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, नर्मदापुरम में संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ मध्यम स्तर की वर्षा होने के आसार हैं।

छह जिलों में अभी सामान्य से कम हुई है। इस समय  अलग-अगल स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से आ रही नमी के कारण प्रदेश में बादल बने हुए हैं, साथ ही अलग-अलग स्थानों पर गरज-चमक के साथ वर्षा भी हो रही है।

मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अगले 36 घंटों में पूरे प्रदेश में गरज-चमक के साथ छिटपुट वर्षा हो सकती है। विशेषकर इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, जबलपुर संभाग में मध्यम स्तर की वर्षा होने की संभावना है। आज सुबह 5 बजे बड़े तालाब का वाटर लेवल बढ़ने से एक बार फिर भदाभदा डेम पर गेट नंबर 5 खोला गया।

दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में बना एक चक्रवात
वर्तमान में दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ। मानसून द्रोणिका गंगानगर, ग्वालियर, लखनऊ, पटना से होकर मालदा तक जा रही है। दक्षिणी मध्य महाराष्ट्र पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात मौजूद है। इसके अतिरिक्त दक्षिणी गुजरात पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है इससे मौसम पलट सकता है।