छत्तीसगढ़ के 7 अस्पतालों को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन प्रमाण-पत्र

कोंडागांव जिला अस्पताल को प्रसव सुविधाओं के लिए ‘लक्ष्य’ प्रमाण-पत्र
स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने उत्कृष्टता हासिल करने वाले सभी अस्पतालों के अधिकारियों-कर्मचारियों को दी बधाई
रायपुर।
उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवा और मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने वाले छत्तीसगढ़ के सात सरकारी अस्पतालों को केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (NQAS – National Quality Assurance Standard) प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया है। साथ ही कोंडागांव जिला अस्पताल को प्रसव कक्ष और मैटरनिटी ऑपरेशन थियेटर की उत्कृष्ट सुविधाओं तथा प्रसूताओं एवं गर्भवती महिलाओं की अच्छी देखभाल के लिए ‘लक्ष्य’ प्रमाण-पत्र (LaQshya Certification) प्रदान किया गया है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रदेश के दो जिला अस्पतालों, दो प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों तथा तीन शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को गुणवत्ता प्रमाण-पत्र से नवाजा है।
स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने समर्पित स्वास्थ्य सेवाओं के लिए उत्कृष्टता प्रमाण-पत्र हासिल करने वाले इन सभी अस्पतालों के अधिकारियों-कर्मचारियों को बधाई दी है। उन्होंने भरोसा जताया है कि ये अस्पताल आगे भी अपनी उत्कृष्टता बरकरार रखते हुए मरीजों की सेवा करेंगे और प्रदेश के दूसरे अस्पतालों के लिए नए प्रतिमान स्थापित करेंगे। स्वास्थ्य मंत्री ने इस उपलब्धि के लिए स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला, संचालक स्वास्थ्य सेवाएं श्री नीरज बंसोड़ और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला सहित संबंधित जिलों के मैदानी अधिकारियों को भी बधाई दी है।
भारत सरकार द्वारा मुंगेली जिला चिकित्सालय और नारायणपुर जिला चिकित्सालय को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया है। वहीं बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के कटगी और गरियाबंद के कोपरा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण-पत्र मिला है। रायपुर के राजातालाब और हीरापुर शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तथा सरगुजा जिले के नवापारा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को भी राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण-पत्र से नवाजा गया है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, छत्तीसगढ़ के अंतर्गत उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने और मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों के नियमित प्रशिक्षण के बाद अस्पतालों का आंतरिक तथा राज्य स्तरीय मूल्यांकन, सेवा प्रदाय ऑडिट तथा पेशेंट संतुष्टि सर्वे की प्रक्रिया की जाती है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम द्वारा विगत नवम्बर माह में राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण-पत्र और ‘लक्ष्य’ प्रमाण-पत्र के लिए चयनित अस्पतालों का निरीक्षण कर वहां मरीजों के लिए उपलब्ध सेवाओं की गुणवत्ता का परीक्षण किया गया था। उन्होंने इस संबंध में मरीजों से भी फीडबैक लिया था। राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण-पत्र और ‘लक्ष्य’ प्रमाण-पत्र प्रदान करने के पूर्व विशेषज्ञों की टीम द्वारा अस्पताल की सेवाओं और संतुष्टि स्तर का कई मानकों पर परीक्षण किया जाता है। इन कड़े मानकों पर खरा उतरने वाले अस्पतालों को ही केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा गुणवत्ता प्रमाण-पत्र जारी किए जाते हैं।

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