रायपुर। उत्तराखंड समाज द्वारा रविवार को प्रथम सी डी एस जनरल विपिन रावत एवं सेना के शहीद जवानों की याद में श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया।इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के उत्तराखंड समाज के रवि हर्षपाल, रमेश भाकुनी, जय सिंह रावत,मनोहर रावत,सुभाष लखेड़ा, श्रवण रावत,शेखर सिंह, निरंजन मेहता सहित समाज के अन्य वर्ग के सम्मानित लोग भी उपस्थित थे।
ओ सी एम चौक स्थित बैंकर्स यूनियन के कार्यालय प्रांगण में आयोजित इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम में बैंक ऑफ इंडिया छत्तीसगढ़ के महासचिव हर्षवर्धन सिंह बिष्ट सहित विकल्प विमर्श के जीवेश चौबे, हरिओम फिल्म्स के पुनीत सोनकर,उत्तराखंड समाज के रवि हर्षपाल, रमेश भाकुनी एवं उपस्थित लोगों ने सर्वप्रथम जनरल रावत की फोटो पर पुष्प अर्पित कर एवं दो मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। तत्पश्चात 1962 चीन युद्ध के सैन्य पृष्ठभूमि पर निर्मित फिल्म 72 हॉवर्स मार्टियर हू नेवर डाइड का प्रदर्शन किया गया। भारत के वीर जवानों द्वारा दिए गए बलिदान और उनकी वीरगाथा को बतलाती फिल्म 72 हॉवर्स मार्टियर हू नेवर डाइड सैनिक की वीरता के साथ ही सभी को देशभक्ति के प्रति प्रेरित करती है।
फिल्म 72 हॉवर्स मार्टियर हू नेवर डाइड सच्ची घटना पर आधारित फिल्म है जिसमें राइफलमैन जसवंत सिंह रावत की रियल लाइफ स्टोरी को दर्शाया गया है। जसवंत सिंह रावत ने 1962 में हुए भारत चीन युद्ध में मुश्किल हालातों के बीच सैकड़ों दुश्मनों को मौत के घाट उतारा था।
राइफलमैन जसवंत सिंह रावत की वीरगाथा को बतलानी यह फिल्म हर एक के अंदर देशभक्ति की लौ जलाने में कामयाब नजर आती है। राइफलमैन जसवंत ने किस प्रकार विपरित परिस्थितयों में दुश्मनों के छक्के छुड़ाए यह फिल्म बखूबी दिखाती है। जसवंत सिंह रावत चार गढ़वाल राइफल्स, उत्तराखंड के एक भारतीय राइफलमेन सिपाही थे। 1962 में भारत-चीन युद्ध के दौरान अरुणाचल प्रदेश में नूरानंग की लड़ाई में चार गढ़वाल राइफलों को पीछे हटने के आदेश दिए गए थे लेकिन राइफलमैन जसवंत सिंह अपनी जगह पर बने रहे और तीन दिनों तक चीनी सैनिकों का सामना किया था। उन्हें मरणोपरांत महावीर चक्र प्रदान किया गया था।
छत्तीसगढ़ उत्तराखंड समाज द्वारा आयोजित इस श्रद्धांजली कार्यक्रम में उत्तराखंड समाज, बैंक कर्मचारी, और राजधानी के सिविल सोसायटी के प्रतिष्ठित लोग बड़ी तादात में उपस्थित थे।