हरिद्वार। उत्तराखंड में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद रविवार को दो दिन के दौरे पर पहुंच रहे हैं। राष्ट्रपति 28 नवंबर को पतंजलि विवि के दीक्षांत समारोह और 29 नवंबर को देव संस्कृत विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में शामिल होंगे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के दौरे को लेकर गढ़वाल आयुक्त रविनाथ रमन, आईजी इंटलीजेंस संजय गुंज्याल समेत पुलिस-प्रशासन के आला अधिकारियों ने शनिवार को पतंजलि विश्वविद्यालय परिसर में व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया।
हरिद्वार: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के दौरे के लिए बनाई वीवीआईपी सेल, रहेगी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
आला अधिकारियों ने पतंजलि के पदाधिकारियों से राष्ट्रपति के कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी ली और परिसर का बारीकी से निरीक्षण किया। राष्ट्रपति के भ्रमण कार्यक्रम का पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों ने पूर्वाभ्यास भी किया। वहीं, शुक्रवार रात गढ़वाल आयुक्त रविनाथ रमन की अध्यक्षता में देव संस्कृति विश्वविद्यालय के मृत्युंजय सभागार में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक हुई।
आयुक्त ने कहा कि राष्ट्रपति के दो दिवसीय दौरे को लेकर हरिद्वार, देहरादून और पौड़ी जिलों के पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी आपसी तालमेल बनाएं। लोक निर्माण विभाग हेलीपैड के साथ-साथ सड़कों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दे। फ्लीट में शामिल होने वाली गाड़ियों का अच्छी तरह स्क्रीनिंग कर लें। आईजी इंटेलीजेंस संजय गुंज्याल ने कहा कि महामहिम के भ्रमण के दौरान सारी जिम्मेदारी जिले की है। आईजी लॉ एंड ऑर्डर वी मुरुगेशन ने कहा कि सुरक्षा एवं प्रोटोकाल दोनों का ध्यान रखना होगा।
साहित्य के जरिये महामहिम होंगे उत्तराखंड से रूबरू
पर्यटन विभाग उत्तराखंड के पर्यटक और धार्मिक स्थलों के प्रचार-प्रसार में जीजान से जुटा है। इसके लिए विभाग ने पर्यटन से जुड़ा साहित्य छापा है, जिसमें तमाम पर्यटक और धार्मिक स्थलों की जानकारी है। यह साहित्य पर्यटन विभाग लगातार विभिन्न बड़े सरकारी आयोजनों में माननीयों और अन्य खास लोगों को उपलब्ध कराता है।
अब हरिद्वार आ रहे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भी पर्यटन विभाग का साहित्य सौंपने की तैयारी है। यह साहित्य राजधानी देहरादून से लाया गया है। इसमें राज्य के सभी धार्मिक और पर्यटक स्थलों से जुड़ी संपूर्ण जानकारी होने का दावा है। जिला पर्यटन अधिकारी सीमा नौटियाल इसे राष्ट्रपति को सौंपेंगी। उन्होंने बताया कि इस संबंध में आला अधिकारियों से आदेश मिले थे।
राष्ट्रपति के आगमन की तैयारियों का लिया जायजा
रविवार की शाम को परमार्थ निकेतन की गंगा आरती में भी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शामिल होंगे। उनकी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गढ़वाल आयुक्त रविनाथ रमन ने परमार्थ निकेतन आश्रम में सुरक्षा व्यवस्थाओं को जायजा लिया। उन्होंने आश्रम में स्वामी चिदानंद सरस्वती से मुलाकात कर राष्ट्रपति के आश्रम में आने पर चर्चा करते हुए विभागीय अधिकारियों के साथ स्थलीय निरीक्षण किया।
शनिवार को गढ़वाल मंडल आयुक्त ने परमार्थ निकेतन परिसर में समुचित व्यवस्था एवं सुरक्षा की तैयारियों का जायजा लेते हुए संबंधित अधिकारी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने परमार्थ निकेतन परिसर, गंगा आरती स्थल, विश्राम कक्ष आदि का निरीक्षण किया। उन्होंने मौके पर उपस्थित वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी पी.रेणुका देवी और उपजिलाधिकारी को व्यवस्था चाक-चौबंद बनाए रखने के निर्देश दिए।
250 पुलिसकर्मी और आश्रम कर्मचारियों की कोविड जांच
स्वर्गाश्रम स्थित परमार्थ निकेतन आश्रम में गंगा आरती में शिरकत करने आ रहे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की तैयारियों को लेकर शासन-प्रशासन अलर्ट है। परमार्थ निकेतन आश्रम छावनी में तब्दील हो गया है। पौड़ी जिले से विभिन्न थानों और चौकियों से पुलिस फोर्स आश्रम में पहुंच गई है।
कोरोना संक्रमण को देखते हुए राष्ट्रपति की सुरक्षा में कोई चूक न हो इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने आश्रम के कर्मचारियों और पुलिस जवानों की कोविड-19 जांच की गई है। इस दौरान करीब 250 लोगों का आरटीपीसीआर जांच की गई। नोडल अधिकारी डॉ. राजीव कुमार ने बताया कि राष्ट्रपति की सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए आरटीपीसीआर टेस्ट किया गया है। जिसकी रिपोर्ट रविवार को आएगी।
कई जनपदों की पुलिस फोर्स पहुंची तीर्थनगरी
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के भ्रमण की तैयारियों को लेकर पौड़ी, टिहरी, रुद्रप्रयाग, चमोली और उत्तरकाशी जनपदों की पुलिस फोर्स परमार्थ निकेतन आश्रम पहुंचीई है। शनिवार को पुलिस प्रशासन ने एम्स हैलीपैड से परमार्थ निकेतन आश्रम तक करीब एक घंटे का अभ्यास किया। जिसमें उन्होंने पुलिस कर्मचारियों को अपने ड्यूटी प्वांइटों पर मुस्तैद रहने के लिए दिशा निर्देश दिए।
राष्ट्रपति की सुरक्षा व्यवस्था में पांच एएसपी, आठ सीओ, चार निरीक्षक, 34 उप निरीक्षक, 28 हेड कांस्टेबल, 180 पुरुष कांस्टेबल, 50 महिला कांस्टेबल, 12 यातायात कांस्टेबल, ढाई प्लाटून पीएससी, एसडीआरएफ, एटीएस आदि शामिल है।