रायपुर। राजधानी के थाना गंज क्षेत्रांतर्गत फाफाडीह ओव्हर ब्रीज पास मजदूर को नुकीली चीज से घायल कर लूटपाट करने के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में एक अपचारी भी शामिल है।
गंज थाना से प्राप्त जानकारी के अनुसार 28 अक्टूबर की सुबह भाठागांव निवासी मजदूर को फाफाडीह ओव्हर ब्रीज रूपरेला मार्ग के समीप दो नकाबधारी युवकों ने रोककर मोबाइल व नकदी की मांग की। मना करने पर दोनों उसे धकेलते हुए रूपरेला गली की ओर ले जाकर उसे नुकीली चीज से घायल कर दिया और उसकी जेब से करीब 9 हजार रुपए लूट लिए। गंज थाने में अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध अपराध क्रमांक 217/21 धारा 294, 341, 394 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में सायबर सेल एवं थाना गंज पुलिस की संयुक्त टीम ने र्थी से घटना के संबंध में विस्तृत पूछताछ कर अज्ञात आरोपियों के हुलियों के संबंध में भी पूछताछ करते हुए अज्ञात आरोपियों की पतासाजी करना प्रारंभ किया। टीम ने घटना स्थल व उसके आसपास लगे सी.सी.टी.व्ही. कैमरों के फुटेजों का अवलोकन किया। फुटेजों का लगातार अवलोकन व विश्लेषण करते हुए घटना में संलिप्त एक आरोपी को चिन्हांकित करने में सफलता प्राप्त करते हुए आरोपी की पहचान देवराज क्षत्री उर्फ छोटे निवासी चूना भट्ठी गंज के रूप में की गई। टीम ने देवराज क्षत्री की पतासाजी करते हुए देवराज को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपी ने अपने एक अन्य साथी अपचारी बालक के साथ मिलकर लूट की उक्त घटना को कारित करना स्वीकार किया। जिस पर घटना में संलिप्त अपचारी बालक को भी गिरफ्तार किया गया। टीम द्वारा आरोपी/अपचारी की निशानदेही पर उनके कब्जे से लूट की नगदी 5,000/- रूपये एवं घटना में प्रयुक्त धारदार नुकीली हथियार को जप्त किया गया। इस तरह से टीम के सदस्यों द्वारा घटना के चंद घटों के भीतर ही आरोपी/अपचारी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल किया गया। आरोपी देवराज क्षत्री पूर्व में भी धारा 376 भादवि. एवं पाॅस्को एक्ट के प्रकरण में जेल निरूद्ध रह चुका है। आरोपी/अपचारी को गिरफ्तार कर उनके विरूद्ध अग्रिम कार्रवाई किया गया।
गिरफ्तार
देवराज क्षत्री उर्फ छोटे पिता सुरेश छत्री उम्र 19 साल निवासी सतबहनिया मंदिर के पास चूना भट्ठी थाना गंज रायपुर।
एक अपचारी बालक।
कार्रवाई में सायबर सेल से प्र.आर. कुलदीप द्विवेदी, आर. संदीप सिंह तथा थाना गंज से उपनिरीक्षक लक्ष्मण सिंह ठाकुर, आर. घनश्याम सिंह ठाकुर, मनमोहन तांदूलाने एवं जितेन्द्र सिन्हा की महत्वपूर्ण भूमिंका रहीं।