रायपुर। राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच रायपुर चैप्टर द्वारा “एक देश एक कानून विषय” पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ. इंद्रेश कुमार, संरक्षक राष्ट्रीय-सुरक्षा जागरण मंच एवं
सदस्य राष्ट्रीय कार्यकारिणी आरएसएस थे । साथ ही विशिष्ट अतिथि गोलोक विहारी राय, (राष्ट्रीय संगठन महामंत्री FANS) तथा श्रीमती वर्णिका शर्मा (राष्ट्रीय महामंत्री, FANS)उपस्थित रहीं।
मुख्य वक्ता डॉ. इंद्रेश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि हमारी पहचान हमारी राष्ट्रीयता से होती है। एक देश एक कानून प्रत्येक धर्म का सम्मान,सभी के प्रति प्रेम भाईचारा लाएगा। लिंग भेद दूर करेगा, धर्मांतरण को रोकेगा, शोषण मुक्त भारत, दंगा मुक्त भारत के निर्माण में सहायक बनेगा। देश से नफ़रत खत्म होगा, प्रेम और सौहार्द बढ़ेगा। हमारे देश को आर्यावर्त ,हिन्दुस्तान, भारत , इंडिया आदि अनेक नामों से जाना जाता है। हमारी पहचान हमारे देश और कर्म से होनी चाहिए न कि धर्म,जाति, भाषा,या लिंग से हो। यही हमें विश्व गुरु बनाएगा।
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती एवं भारत माता के छायाचित्र की पूजा अर्चना के साथ हुआ। कार्यक्रम के संयोजक एवं FANS रायपुर चैप्टर के अध्यक्ष तौकीर रज़ा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए संगोष्ठी के आयोजन के उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए कहा कि यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) का मतलब एक देश, एक कानून यानी देश में रहने वाले सभी नागरिकों(हर धर्म, जाति, लिंग के लोग) के लिए एक कानून होना चाहिए, अगर सिविल कोड लागू होता है तो विवाह, तलाक, बच्चा गोद लेना और संपत्ति के बंटवारे जैसे तमाम विषयों में नागरिकों के लिए एक से कानून होंगे।
इस अवसर पर कार्यक्रम को श्रीमती वर्णिका शर्मा ने भी संबोधित किया। वहीं, डॉ. भूपेंद्र कुमार साहू ने धन्यवाद ज्ञापित किया। जीनियस पब्लिक स्कूल के छात्राओं द्वारा राजकीय गीत एंव राष्ट्रगान प्रस्तुत किया।संगोष्ठी में छत्तीसगढ़ के कानूनविद, शिक्षाविद तथा सामाजिक कार्यकर्ताओं में से अनील डागा, जे पी चंद्रवंशी, वी एन पांडे, मनोज तिवारी, सुनील शर्मा आदि गणमान्य जन उपस्थित रहें। संगोष्ठी के सफल आयोजन में रितेंद्र नायक, तोरण सिंह ठाकुर, कैलाश रेखा, शर्मा,जानकी गुप्ता, अन्नपूर्णा शर्मा, प्रमिला शर्मा, सुनीता पाठक, शीपज मिश्रा, कान्हा ठाकुर, सृष्टि मार्कंडेय, राधव स्वर्णकार एवं शेखर शर्मा की महत्वपूर्ण भूमिका रही। कार्यक्रम का सफल संचालन मालविका नायक ने किया।