नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनिया में रविवार को हुए बवाल का सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को स्वत: संज्ञान लिया। इस मामले की सुनवाई गुरुवार को मुख्य न्यायाधीश एनवी रमण की अध्यक्षता वाली पीठ करेगी। इससे पहले मंगलवार को हिंसा का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया था। दो वकीलों ने शीर्ष कोर्ट में याचिका दायर कर मंत्रियों के खिलाफ एफआईआर दायर करने और उन्हें दंडित करने की मांग की थी।
याचिका में कोर्ट से आग्रह किया गया है कि वह गृह मंत्रालय व पुलिस को मंत्रियों के खिलाफ केस दर्ज करने का निर्देश दे। यह भी मांग की गई है कि हिंसा व उपद्रव मामले की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच कराई जाए। सीबीआई से सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में निश्चित समय में जांच का आदेश भी दिया जा सकता है।
क्या है मामला?
लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में रविवार की दोपहर खूनी संघर्ष हुआ था। इसमें चार किसानों समेत आठ लोगों की जान चली गई थी। इस मामले में आरोपी केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी का बेटा आशीष मिश्र है। इस घटना को लेकर विरोध-प्रदर्शन जारी हैं और राजनीतिक हालात भी गर्म बने हुए हैं। वहीं, बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले का स्वत: संज्ञान लिया और गुरुवार को सुनवाई करने का फैसला किया।