हॉस्पिटल में रेशमा को मिली नई जिंदगी, ऑपरेशन कर निकाले दो ट्यूमर…

बिलाईगढ़। महासमुंद जिले के करनापाली गांव की रहने वाली 37 वर्षीय रेशमा दीवान को पिछले एक वर्ष से पेट दर्द व पेट फूलने की शिकायत थी। रेशमा के परिजन उन्हें ईलाज के लिए बड़े हॉस्पिटल ले गए और ईलाज कराना शुरू किया। डॉक्टरों ने जाँच कर बताया कि रेशमा के पेट में गोला (ट्यूमर) है, जिसे ऑपरेशन कर बाहर निकालना पड़ेगा। डॉक्टरों ने ईलाज का खर्च लगभग 1 लाख से ऊपर बताया। रेशमा एक गरीब परिवार से थी, जिनको 1लाख रुपए जुटाना बड़ा कठिन था। क्योंकि रोजी रोटी के सहारे उनका परिवार चलता था। पैसे के अभाव में रेशमा का ईलाज नही हुआ और देखते ही देखते 1 वर्ष बीत गया। 1वर्ष में उनके पेट का गोला(ट्यूमर) काफी बड़ गया, जिससे रेशमा की तकलीफ और बढ़ गई और उन्हें चलने फिरने में भी परेशानी होने लगी। ऐसे में किसी ने उन्हें बिलाईगढ़ दक्ष हॉस्पिटल के बारे में जानकारी देते बताया कि दक्ष हॉस्पिटल में ट्यूमर जैसे कई बड़े गंम्भीर बीमारियों का ईलाज किया जाता है। जिसके बाद रेशमा के परिजन जैसे तैसे कर बिलाईगढ़ के दक्ष हॉस्पिटल पहुँचा और मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. ओंकार जायसवाल से मुलाकात कर अपनी स्थिति परिस्थिति से अवगत कराया।
डॉ. जायसवाल ने परिजनों की बात सुन तत्काल निःशुल्क ईलाज करने का बीड़ा उठाया और सर्जन डॉ शिव आशीष बेहरा के साथ एक टीम गठित कर रेशमा की जाँच शुरू की। तत्पश्चात रेशमा को ऑपरेशन थियेटर ले जाया गया, जहाँ डेढ़ घंटे तक ऑपरेशन चला और पेट से दो बड़े ट्यूमर निकाले गए। जिसमें से एक ट्यूमर लगभग 6 किलो 300 ग्राम का तो दूसरा ट्यूमर लगभग 4किलो 200 ग्राम का था।
डॉक्टरों की टीम ने परिजनों को रेशमा को स्वस्थ होने की जानकारी दी। मरीज के परिजन दक्ष हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. ओंकार जायसवाल और उनके टीम को डॉक्टर के रूप में उन्हें भगवान का अवतार बताया। इस तरह दक्ष हॉस्पिटल ने निःशुल्क ईलाज कर रेशमा दीवान को एक नई जिंदगी दी और उनके परिवार को खुशी दी।
इधर रेशमा सहित उनके परिवार काफी खुश हैं और जल्द ही रेशमा को नई जिंदगी के साथ हॉस्पिटल से डिस्चार्ज मिल जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *