नईदिल्ली। अमेरिका में गैरकानूनी रूप से रह रहे लगभग 150 भारतीय बुधवार को भारत निर्वासित कर दिए गए। बीते एक माह में यह तीसरी बार है, जब अमेरिका में दलालों की मदद से घुसने वाले और वीजा अवधि खत्म होने के बाद भी वहां रह रहे भारतीयों को स्वदेश लौटाया गया है। तीनों बार में कुल 578 भारतीय वापस भेजे जा चुके हैं।निर्वासित भारतीयों को लेकर अमेरिका से उड़ा विशेष विमान बुधवार सुबह छह बजे इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के टर्मिनल-3 पर उतरा। यह बांग्लादेश के रास्ते भारत में दाखिल हुआ था। आव्रजन अधिकारियों के साथ कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद भारतीय एक के बाद एक एयरपोर्ट से बाहर निकलने लगे। उनके चेहरे पर उदासी साफ देखी जा सकती थी। कइयों ने तो यहां कह डाला कि वे किस्मत के हाथों ठगा महसूस कर रहे हैं। उन्हें यकीन ही नहीं हो रहा है कि लाख कोशिशों के बावजूद अमेरिका में बसने की उनकी ख्वाहिश पूरी नहीं हो सकी।निर्वासित भारतीय पिछले दो-तीन वर्षों में अंतरराष्ट्रीय दलालों की मदद से मेक्सिको सीमा से अमेरिका में दाखिल हुए थे। इनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं। अधिकांश लोगों को एरिजोना से पकड़ा गया है। कुछ लोगों को मेक्सिको सीमा के पास से गिरफ्तार किया गया। सभी की उम्र 25 से 35 के बीच है। ज्यादातर पंजाब और हरियाणा से ताल्लुक रखते हैं। कुछ लोग गुजरात के भी रहने वाले हैं। हर निर्वासित भारतीय ने अमेरिका में प्रवेश के लिए एजेंट को 10 से 25 लाख रुपये दिए थे।18 अक्तूबर को मेक्सिको के आव्रजन अधिकारियों ने एक महिला समेत 311 भारतीयों को स्वदेश लौटा दिया था। 23 अक्तूबर को अमेरिकी प्रशासन की ओर से 117 भारतीय निर्वासित किए गए थे। इन सभी पर अमेरिका जाने के इरादे से अवैध तरीके से मेक्सिको में घुसने का आरोप था।