विकलांग प्रमाण पत्र नहीं बन पाने से सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित रहे ओमप्रकाश को मदद करने मसीहा के रूप में पहुँची युवा संघर्ष मोर्चा की टीम,जिला चिकित्सालय ले जाकर बनवाई विकलांग प्रमाण पत्र

गरियाबंद। गरियाबंद जिला के अंतिम छोर देवभोग विकासखंड के ग्राम घुमरघुड़ा निवासी ओमप्रकाश प्रधान पिता दोन्दी प्रधान उम्र 30 वर्ष जो कि पिछले 10 सालों से दोनों पैरों से विकलांग है, विकलांग प्रमाण पत्र नहीं बन पाने से पूर्ण रुप से सरकारी योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा था। कई बार पंचायत में प्रमाण पत्र बनाने के संबंध में आवेदन निवेदन किया गया लेकिन विकलांग ओमप्रकाश प्रकाश की ओर ने दिलचस्पी नहीं दिखाई, लेकिन वो कहते हैं ना जिनका सहारा कोई नहीं देता उनका सहारा देने ईश्वर भी कई रूप में फरिश्ता बनकर आता है। ऐसे ही विकलांग ओमप्रकाश के मदद के लिए मसीहा बनकर पहुंचे युवा संघर्ष मोर्चा गरियाबंद जिलाध्यक्ष युमेन्द्र कश्यप नें ओमप्रकाश को जिला चिकित्सालय गरियाबंद ले जाकर विकलांगता प्रमाण पत्र बनवाई। जिससे ओमप्रकाश के चेहरे पर मुस्कान खिल गई। विकलांग ओमप्रकाश नें बताया कि उनके घर में परिवार के 4 सदस्य हैं जिनमें 2 बच्चे भी हैं। मां और पत्नी खेती किसानी व मजदूरी करके पालन पोषण करते हैं‌। बचपन से शारीरिक रूप से विकलांग तो था लेकिन घर में ही गिर जाने के बाद दोनों पैर काम नहीं करता है , जिसका इलाज के लिए उड़ीसा में ईलाज कराया गया एवं वहां से दवाई लाके सेवन किया जा रहा था। फिर भी ठीक नहीं हो पाया दोनों हाथ से लकड़ी के सहारे चलता है। ओमप्रकाश ने बताया कि कैम्प की जानकारी नहीं देने के कारण मैं कैंप में भी नहीं पहुंच पाया जिस कारण मेरा विकलांगता प्रमाण पत्र नहीं बनने से मुझे सरकार द्वारा कोई भी लाभ नहीं मिल पा रहा था। ऐसे में मेरे मदद के लिए आगे आए युवा संघर्ष मोर्चा गरियाबंद जिलाध्यक्ष युमेन्द्र कश्यप, जोगी कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष देवभोग चंदन सोनी, युवा संघर्ष मोर्चा जिला उपाध्यक्ष भीष्मकांत कश्यप, महासचिव पवन यादव के द्वारा मुझे पहले देवभोग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ले जाकर मेडिकल चेकअप कराया जहां से मुझे गरियाबंद जिला अस्पताल जाने को कहा तो मुझे युवा संघर्ष मोर्चा जिलाध्यक्ष जी ने बुधवार को गरियाबंद ले जाकर प्रमाण पत्र बनवाया।
इस संबंध में युवा संघर्ष मोर्चा गरियाबंद जिलाध्यक्ष युमेन्द्र कश्यप नें कहा कि- वर्तमान में विकलांग ओमप्रकाश का प्रमाण पत्र नहीं बनने से सरकारी लाभ से वंचित हैं जिन्हें प्रारंभिक विकलांग प्रमाण पत्र बनवाया गया है। अब उन्हें सरकार की तरफ से मिलने वाले सुविधा का आसानी से लाभ मिल पाएगा, एवं उन्हें जीवन यापन करने में आर्थिक रूप से थोड़ी राहत मिल पाएगी। विकलांग ओमप्रकाश दोनों हाथों से लकड़ी के सहारे चलता है। मेरे द्वारा स्थानीय प्रशासन अधिकारियों को साइकिल दिलाने को बोला गया है। जल्द ही ओमप्रकाश को साइकल प्रदान कराने के बाद भी युवा संघर्ष मोर्चा जिला अध्यक्ष ने कही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *