रायपुर। छत्तीसगढ़ में प्याज की कीमतें एक बार फिर से बढ़ने लगी हैं। दिल्ली और मुंबई समेत देश के कई हिस्सों में प्याज के दाम बीते 15 दिनों में दो से तीन गुना तक बढ़ गए हैं. कीमतों में इस बढ़ोतरी की वजह से सप्लाई में दिक्कतों को बताया जा रहा है। महाराष्ट्र में तो थोक भाव 1000 रुपये प्रति क्विंटल तक प्याज की कीमतें बढ़ी हैं। छत्तीसगढ़ में प्याज फिर से 50 रुपये के भाव को छूने लगा हैं।
दिल्ली में प्याज की रीटेल में कीमत 50 से 60 रुपये के बीच पहुंच गयी है, जबकि कुछ दिन पहले तक यही प्याज 20 रुपये से 30 रुपये के बीच बिक रहा था। वहीं आवक में कमी की वजह से प्याज के दाम बढ़ना शुरू हो गए हैं। पिछले दिनों हुई बारिश का भी असर प्याज की फसल पर हुआ है, जिससे आवक कम हुई है। करीब हफ्ता भर पहले ही मंडी में प्याज का थोक भाव 22 रुपये किलो था, जो फिलहाल 33 रुपये प्रति किलो पहुंच चुका है।
गाजियाबाद में बीते 6-7 दिनों में प्याज की कीमतें अचानक बढ़ीं हैं। यहां के थोक कारोबारियों का कहना है कि नासिक से आने वाले प्याज के थोक रेट 500-700 रुपये तक बढ़े हैं। इससे प्याज की रीटेल कीमतें भी 40 से 50 रुपये किलोग्राम तक पहुंच गईं हैं, जो कि हफ्ते भर पहले तक 25-30 रुपये किलो पर बिक रहीं थीं।
नोएडा में भी प्याज 50 से 60 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गये हैं। थोक कारोबारियों का कहना है कि मंडी में 15 नवंबर से अबतक राजस्थान के अलवर से प्याज आ रहा था, लेकिन अभी आवक कम हो गई है, जिसके चलते कीमतें बढ़ीं हैं। कारोबारियों का कहना है कि 15 फरवरी से नासिक से प्याज की सप्लाई शुरू होगी, इसके बाद कीमतें फिर नरम हो जाएंगी।