नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज असम के तेजपुर विश्वविद्यालय के 18वें दीक्षांत समारोह को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया। छात्रों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने ऑस्ट्रेलिया में भारतीय टीम की शानदार जीत को जीवन के लिए सीख बताते हुए छात्रों से कहा कि जिस तरह टीम इंडिया के युवा खिलाड़ियों ने निराश न होकर इतिहास रचा ठीक वैसे ही हमें भी अपने जीवन में हार या असफलता से डरना नहीं चाहिए। कार्यक्रम में असम के राज्यपाल जगदीश मुखी, केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक
और असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल भी मौजूद रहे। चुनौतियों से निपटने के लिए भारतीय क्रिकेट टीम की ऑस्ट्रेलिया में धमाकेदार जीत का हवाला देते हुए पीएम मोदी ने छात्रों से कहा कि भारतीय क्रिकेट टीम के सामने ऑस्ट्रेलिया टूर में क्या-क्या चुनौतियां नहीं आईं। हमारी इतनी बुरी हार हुई लेकिन उतनी ही तेज़ी से हम उभरे भी और अगले मैच में जीत हासिल की। चोट लगने के बावजूद हमारे खिलाड़ी मैच बचाने के लिए मैदान पर डटे रहे। हमारे युवा खिलाड़ियों ने निराश होने की बजाए चुनौती का सामना किया, नए समाधान तलाशे,कुछ खिलाडियों में अनुभव जरूर कम था लेकिन हौसला उतना ही बुलंद दिखा। उनको जैसे ही मौका मिला उन्होंने इतिहास बना दिया। टीम को अपने टैलेंट पर भरोसा था जिससे उन्होंने इतनी पुरानी टीम, इतने अनुभव खिलाड़ियों को पराजित कर दिया। पीएम मोदी ने कहा कि क्रिकेट के मैदान पर हमारे खिलाड़ियों का यह परफॉर्मेंस जीवन के लिए बहुत बड़ी सीख है। पहली सीख यह कि हमें अपनी क्षमता पर विश्वास होना चाहिए, दूसरी सीख यह कि अगर हम पॉजिटिव माइंडसेट से आगे बढ़ते हैं तो परिणाम भी पॉजिटिव ही मिलेंगे, तीसरी और सबसे अहम सीख कि अगर आपके पास एक तरफ सेफ निकल जाने का विकल्प हो और दूसरी तरफ मुश्किल जीत का विकल्प है तो आपको विजय के विकल्प पर जरूर कोशिश करनी चाहिए। जोखिम से डरना नहीं चाहिए। पीएम मोदी ने आत्मनिर्भर भारत पर जोर देते हुए कहा कि मेड इन इंडिया सॉल्यूशन से हमने कोरोना वायरस के फैलाव को कम किया। अपने हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर किया। अब हमारे वैक्सीन से जुड़ी रिसर्च और प्रोडक्शन की क्षमता भारत के साथ-साथ दुनिया के अनेक देशों को सुरक्षा कवच का विश्वास दे रही है। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि आज 12 सौ से ज्यादा छात्रों के लिए जीवनभर याद रहने वाला दिन है। सबसे बड़ी बात यह है कि आज से आपके करियर के साथ तेजपुर यूनिवर्सिटी का नाम हमेशा के लिए जुड़ गया। आप आज जितना खुश हैं, उतना ही मैं भी खुश हूं। उन्होंने कहा कि संपर्क ,स्वस्थ्य देखभाल और शिक्षा में सुधार से पूर्वोत्तर में नए अवसर पैदा हो रहे हैं। दीक्षांत समारोह में तेजपुर यूनिवर्सिटी से साल 2020 में पास होने वाले 1,218 छात्रों को डिग्री और डिप्लोमा दिए गए और विभिन्न स्नातक और स्नातकोत्तर कार्यक्रमों के 48 टॉपरों को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया।