इस देश को भारत ने भेजी कोरोना वैक्सीन की 1.5 लाख खुराक, निभाया पड़ोसी धर्म

मुंबई । भारत समेत कुछ बड़े देशों में संक्रमण के खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान शुरु हो चुका है। लेकिन आज भी बहुत से देश ऐसे हैं, जो सक्षम देशों की ओर देख रहे हैं। ऐसे में भारत ने अपना पड़ोसी धर्म निभाते हुए कोविड-19 वैक्सीन कोविशील्ड के डेढ़ लाख टीकों की खेप भूटान के लिए रवाना कर दी है।
भारत ने आज सुबह कोरोना वायरस के खिलाफ युद्ध में भूटान को सक्षम बनाने की दिशा में एक सराहनीय कदम उठाते हुए कोविड-19 वैक्सीन कोविशील्ड के 1.5 लाख डोज रवाना कर दिए हैं। भारत ने ये वैक्सीन मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट से आज भूटान के थिम्फु के लिए भेज दी है। सूत्रों के अनुसार, कोविशिल्ड की 1,50,000 खुराकों वाली एक खेप आज थिम्पू पहुंचेगी। भूटान पहला देश है, जिसको सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित कोविड टीकों को भारत सरकार ने उपहार रूप में दिया है।
भारत-भूटान के अनूठे और विशेष संबंधों के अनुरूप, भारत ने कोविड-19 प्रतिबंधों के बावजूद भूटान को व्यापार और आवश्यक वस्तुओं की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित की। भारत ने अब तक भूटान को 2.8 करोड़ रुपये से अधिक के पेरासिटामोल, हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन, पीपीई, एन 95 मास्क, एक्स-रे मशीन और परीक्षण किट सहित आवश्यक दवाएं और चिकित्सा आपूर्ति प्रदान की हैं। इसने भूटान के साथ एयर ट्रैवल अरेंजमेंट या ट्रांसपोर्ट बबल समझौता किया।
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि वैश्विक समुदाय की स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा करने में भारत को एक लंबे समय तक भरोसेमंद साझेदार के रूप में सम्मानित किया जाता है। पीएम मोदी ने ट्वीट किया, भारत को वैश्विक समुदाय की स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए लंबे समय से भरोसेमंद साझेदार के रूप में सम्मानित किया जाता है। कई देशों को कोविड के टीके की आपूर्ति कल से शुरू होगी, और आने वाले दिनों में यह आगे बढ़ेगी।
विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को एक विज्ञप्ति में कहा कि सरकार को पड़ोसी और प्रमुख साझेदार देशों से भारतीय निर्मित टीकों की आपूर्ति के लिए कई अनुरोध मिले हैं।

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