नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल प्रारम्भ-स्टार्टअप इंण्डिया इंटरनेशनल समिट को वीडियो कांफ्रेंन्सिंग के माध्यम से संबोधित करेंगे। इस दो दिवसीय सम्मेलन को वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय का उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग आयोजित कर रहा है। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल आज इस शिखर सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। अगस्त 2018 में काठमांडू में आयोजित चौथे बिम्सटेक सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई घोषणा के बाद यह सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। उस समय प्रधानमंत्री ने बिम्सटेक स्टार्टअप सम्मेलन आयोजित करने की भारत की वचनबद्धता व्यक्त की थी। प्रधानमंत्री द्वारा 16 जनवरी 2016 को शुरू की गई स्टार्टअप इण्डिया पहल के कल पांच वर्ष पूरे हो रहे हैं। कल के आयोजन में 25 से अधिक देशों के दो सौ से ज्यादा वक्ताओं की भागीदारी के साथ, यह सम्मेलन सरकार की ओर से आयोजित अब तक का सबसे बडा स्टार्टअप सम्मेलन होगा। प्रारम्भ सम्मेलन में दुनिया भर के शीर्ष नीति निर्माताओं, उद्योग समूहों, शिक्षाविदों, निवेशकों, स्टार्टअप और सभी हितधारकों को एक साथ लाने की उम्मीद है। विश्व के सर्वश्रेष्ठ पारिस्थितिक तंत्रों के बेहतर प्रचलन पर विचार-विमर्श के अलावा शिखर सम्मेलन के सत्रों में भारत में नवाचार आधारित उद्यमिता के प्रसार और बेहतर प्रणाली की जानकारी दी जाएगी। इसका उद्देश्य भारत में स्टार्टअप के लिए वैश्विक पूंजी आकर्षित करना, घरेलू पूंजी जुटाना, देश के स्टार्टअप्स को अंतर्राष्ट्रीय बाजारों तक पहुंच के अवसर प्रदान करना और नीति प्रावधानों को सुदृढ़ बनाना है। शिखर सम्मेलन का पहला दिन बिम्सटेक स्टार्टअप कॉन्क्लेव की मेजबानी को समर्पित है। इस सम्मेलन में बांग्लादेश, भूटान, म्यांमार, नेपाल और श्रीलंका के मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी, थाईलैंड की राष्ट्रीय नवाचार एजेंसी के कार्यकारी निदेशक और बिम्सटेक के महासचिव भाग लेंगे। सम्मेलन के पहले दो दिनों में स्टार्टअप्स और अन्य हितधारकों की भागीदारी में विभिन्न विषयों पर परिचर्चा होगी। बिम्सटेक स्टार्टअप कॉन्क्लेव में बेहतर पद्वतियां साझा करने, ज्ञान विनिमय कार्यशाला, बहुपक्षीय इनक्युबेटर कार्यक्रम और सामाजिक नवाचार को बढ़ावा देने के विषयों पर सात परिचर्चाएं आयोजित होंगी। स्टार्टअप की वर्चुअल प्रस्तुति में बिम्सटेक देशों के 100 से अधिक स्टार्टअप्स भाग लेंगे। बिम्सटेक देशों सहित इसमें चुने गए स्टार्ट-अप को पूर्ण सत्र में प्रधानमंत्री के साथ बातचीत का अवसर मिलेगा। वर्चुअल शिखर सम्मेलन में दुनिया भर के और भारत के वक्ताओं को एक मंच पर आने और अलग-अलग प्रौद्योगिकी, नवाचार, मजबूत नीतियों और पहल पर चर्चा करने का अवसर मिलेगा। इसमें सरकार और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों को अपने विचार साझा करने और युवा भारतीय उद्यमियों को प्रेरित करने और उन्हें भारत ही नहीं पूरी दुनिया में समस्याओं के समाधान और चुनौतियों का सामना करने में सक्षम बनने का अवसर मिलेगा।