पटना। दीघा के भाजपा विधायक संजीव चौरसिया बिहार के पहले ऐसे जनप्रतिनिधि बन गए हैं जिन्होंने खुद जाकर कोरोना वैक्सीन के ट्रायल में हिस्सा लिया और वैक्सीनेशन भी करवाया। कोरोना वैक्सीन की विश्वसनीयता को लेकर विपक्ष लगातार सवाल उठा रहा है। हाल ही में विपक्ष की ओर से यह भी कहा गया था कि प्रधानमंत्री कोरोना का टीका खुद क्यों नहीं लगवा रहे।
केंद्र से लेकर राज्य सरकार की तरफ से लगातार कोरोना वैक्सीन के ट्रायल में हिस्सा लेने को लेकर जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। सरकार लोगों को इस बात के लिए तैयार करने में लगी है कि वह खुद से आगे आकर कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव का टीका लगवाएं।जल्द ही वैक्सीनेशन देश स्तर पर शुरू भी होने वाला है, लेकिन अगर बिहार की बात की जाए तो यहां स्थितियां उलट हैं। यहां कोरोना वैक्सीन के ट्रायल के वॉलेंटियर्स की कमी हो गई थी। लोगों को जागरूक करने का दावा करने वाले जनप्रतिनिधि ही खुद इस मामले में पीछे दिखाई दे रहे हैं।
अब तक सामने आई जानकारी के मुताबिक बिहार में 1204 लोगों ने कोरोना का वैक्सीन लिया है। दीघा विधायक 1204वे नंबर पर हैं। अब तक किसी सांसद या विधान पार्षद ने कोरोना वैक्सीन के ट्रायल में हिस्सा नहीं लिया है। दीघा विधायक संजीव चौरसिया के कोरोना वैक्सीन लेने के बाद वो पहले ऐसे जनप्रतिनिधि बन गए हैं, जिन्होंने इस ट्रायल में हिस्सा लिया है। इससे पहले लोगों से लगातार ये अपील की जा रही थी कि वह आगे आएं और वैक्सीनेशन का हिस्सा बनें। लेकिन सांसद से लेकर विधान पार्षद और विधायक, कोई भी सामने नहीं आए थे। संजीव चौरसिया जनप्रतिनिधि के तौर पर सबसे पहले कोरोना का वैक्सीन लेने एम्स पहुंचे।